यूँ ही बनती है बात
यूँ ही बनाते रहिये
आयेगा दिल किसी का बस
यूं ही गाते रहिये
किसी को तेल लगाने
की जरूरत क्या है
फूल सरसो के मगर यूं
ही खिलाते रहिये
दोस्ती ना सही
दुश्मन भी न होंगे कोई
आते - जाते हुए तो हाथ
मिलाते रहिये
प्यार से कम नहीं
होनी भी दोस्ती उनसे
आते-जाते हुए घर
उनके भी जाते रहिये
प्यार में मस्का
लगाओ तो मजा आता है
मान जाती हैं पवन
दिल से मनाते रहिये
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
अणु डाक –
पवनतिवारी@डाटामेल.भारत
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