आओ प्यारे पुराने
सुरूर गाते हैं
बस यूं ही नहीं कुछ
जरूर गाते हैं
प्यार ख़ुशबू है इस
पर सभी का है हक़
आम क्या ख़ास क्या जी
हुजूर गाते हैं
ये हँसते हुए चेहरे नकली भी हैं
ध्यान से देखो होके मजबूर
गाते हैं
मधुर स्वर में भी
होता अहंकार है
ध्यान से देखो होके
मगरूर गाते हैं
पास से सुनना उनके
पवन दर्द तुम
लगता है कि कहीं
बहुत दूर गाते हैं
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
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