तुम आयी तो वर्षा आयी
अपने संग सावन भी लायी
हरा - भरा परिवेश हो
गया
जीवन में हरियाली छायी
प्रेम मिला तो जीवन
खिल गया
तुम जो मिली तो सब
कुछ मिल गया
अभिलाषा का भरा सरोवर
जब से दिल से दिल ये
मिल गया
तुम आयी तो गगन छू
लिया
सपनों का हर रंग जी
लिया
जो दुःख थे छू मन्तर
हो गये
जब से प्रेम का अमृत
पी लिया
पवन तिवारी
सम्वाद – ७७१८०८०९७८
अणु डाक – पवनतिवारी@डाटामेल.भारत
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