जो आप से,
औपचारिक विनम्रता
ओढ़कर मिलता है !
और आप की
हर बात / आग्रह पर
मुस्करा कर
हाँ, हाँ, कहता है,
आप उससे उसी तरह
मुस्करा कर विदा हों !
और भुला दें !
यदि आप ने
उस पर किया विश्वास
या अपेक्षा तो
वह आप की
अपेक्षा के समय
सबसे पहले मुकरेगा !
और उसे झुँझलाकर
छल या धोखा कहोगे !
धोखा तो-
उसी क्षण हुआ होगा,
जिस क्षण आप ने
उस पर
विश्वास किया होगा !
पवन तिवारी
१६/०९/२०२४
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