यह ब्लॉग अठन्नी वाले बाबूजी उपन्यास के लिए महाराष्ट्र हिन्दी अकादमी का बेहद कम उम्र में पुरस्कार पाने वाले युवा साहित्यकार,चिंतक,पत्रकार लेखक पवन तिवारी की पहली चर्चित पुस्तक "चवन्नी का मेला"के नाम से है.इसमें लिखे लेख,विचार,कहानी कविता, गीत ,गजल,नज्म व अन्य समस्त सामग्री लेखक की निजी सम्पत्ति है.लेखक की अनुमति के बिना इसका किसी भी प्रकार का उपयोग करना अपराध होगा...पवन तिवारी

गुरुवार, 2 मई 2024

राजीव लोचन जय श्रीराम





राजीव लोचन जय श्रीराम

जय  रघुनंदन  सीता राम

सर्वोत्तम    मर्यादा    धाम

राजीव लोचन जय श्रीराम

 

भरत शत्रुघ्न जिनके भाई

लक्ष्मण संग सोहें रघुराई

प्रीती  रीति  निभाई ऐसी

सिय संग प्रीति जगत ने गायी

 

तुम्हरी कथा सुनें हनुमान

राजीव लोचन जय श्रीराम

जय  रघुनंदन   सीता राम

 

सिखलाये   जीवन   मर्यादा

वन जाकर काटी जग बाधा

जीव जन्तु कपि नभचर भालू

सबसे प्रेम  किये  प्रभु सादा

 

सबका ही रखा सम मान

राजीव लोचन जय श्रीराम

जय  रघुनंदन  सीता  राम

 

रघुकुल की प्रति रीति निभाये

सूर्य पुत्र को  राज दिलाये

लंका जीते सहज रहे प्रभु

मुकुट विभीषण माथ सजाये

 

दशरथ नंदन कथा महान

राजीव लोचन जय श्रीराम

जय  रघुनंदन  सीता  राम

 

पवन तिवारी

२०/०५/२०२४

  

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