जय रघुनंदन सीता राम
सर्वोत्तम मर्यादा धाम
राजीव लोचन जय श्रीराम
भरत शत्रुघ्न जिनके भाई
लक्ष्मण संग सोहें रघुराई
प्रीती रीति निभाई ऐसी
सिय संग प्रीति जगत ने गायी
तुम्हरी कथा सुनें हनुमान
राजीव लोचन जय श्रीराम
जय रघुनंदन सीता
राम
सिखलाये जीवन मर्यादा
वन जाकर काटी जग बाधा
जीव जन्तु कपि नभचर भालू
सबसे प्रेम किये प्रभु सादा
सबका ही रखा सम मान
राजीव लोचन जय श्रीराम
जय रघुनंदन सीता राम
रघुकुल की प्रति रीति निभाये
सूर्य पुत्र को राज दिलाये
लंका जीते सहज रहे प्रभु
मुकुट विभीषण माथ सजाये
दशरथ नंदन कथा महान
राजीव लोचन जय श्रीराम
जय रघुनंदन सीता राम
पवन तिवारी
२०/०५/२०२४
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