प्यार में हाय तुम तो ए
क्या कर गये
आग पर मीठे
से ए अधर धर गये
ज़िन्दगी जीना वो भी
तुम्हारे बिना
लगता मुमकिन नहीं क्या गज़ब
कर गये
हममें तुमको कोई एक सी चीज
है
दोनों ज़िंदा रहे शेष
सब मर गये
छोड़े इसको जो रस्ता नया मिल
गया
बेवकूफों को लगता कि हम डर गये
इनकी छोड़ो इन्हें रात आधी से क्या
जितने घर वाले थे सबके सब
घर गये
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें