पानी पानी पानी
बरखा जल की रानी
आओ तुम्हें सुनाऊँ
इसकी एक कहानी
पानी बड़ा ही दानी
कहती मेरी नानी
धरा की इसके कारण
रहती चूनर धानी
प्यास बुझाता पानी
फसल उगाता पानी
पानी बिना अधूरी
सबकी ही जिंदगानी
पोखर ताल तलैया
सागर सरयू मैया
सबका एक है मालिक
अपना पानी भैया
पवन तिवारी
१७/०९/२०२२
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