मारुति नंदन जग वंदन
हैं राम पियारे मन चन्दन हैं
पीड़ा के पीड़क हैं
हनुमत शिव अवतार जगत वंदन हैं
दीनन के हैं एक
सहारे जग भर में सो अभिनन्दन हैं
जौ महावीर कृपा हो
जाये जीवन में नंदन नंदन हैं
गरुण को मान दिए
हनुमत जी तुलसी को राम दिए हनुमंत जी
राम कथा के प्रथम
प्रशंसक वीर के वीर हैं संत के संत जी
सारी सिद्धियों के
हैं साधक बलवानों में हैं बलवंत जी
अंजनि लाल पे सिय
आशीष है भक्ति सागर हैं श्रीमंत जी
मित्र के मित्र हैं
जग में विशिष्ट हैं भक्ति विवेक के हैं ये आगर
आप की महिमा शारदा
गावैं दुखियन के प्रभु आप हैं नागर
हे करूणानिधि लो
हमरी सुधि आप तो हैं अमृत के गागर
मन संताप हरो हनुमान
जी हे पिंगाक्ष दया दे सागर
पवन तिवारी
संवाद –
७७१८०८०९७८
४/०८/२०२०
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