खुशियों सा झूलता
तुमको सावन मिले
दीप जलता हुआ तुमको
पावन मिले
तुम मेरी ना हुई
भाग्य का खेल था
तुमको साथी सुघड़ मन
भावन मिले
मेरे हिस्से में
थोड़ी कहानी मिले
ज़िन्दगी में ज़रा सी
रवानी मिले
ये सभी चाहतें तुमसे
पूरी हुई
तुमको सबसे हँसी
जिंदगानी मिले
प्रेम जल भी मेरे
हिस्से में आया है
नाम मेरा तेरे
किस्से में आया है
इससे ज्यादा जो
चाहूँ तो अच्छा नहीं
प्रेम आया भले
बिस्से में आया है
सिर्फ लेना नहीं देना भी प्रेम है
तेरा खुश होना
मेरे लिए क्षेम है
कोई कुछ भी कहे हमको
मालूम है
प्रेम पावन परम
शुद्धता हेम है
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
१८/०७/२०२०
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