सच्चा प्रेम तो धवल
- धवल है
धड़कन की गति गंगा जल है
ध्यान लगाओ हिय की भाषा
यमुना की कल कल कल
कल है
यदि सच पावन प्रेम
हो ऐसा
तब सब होगा स्वर्ग
के जैसा
ऐसे में
सब देव मिलेंगे
जो चाहोगे
होगा वैसा
प्रेम शची है
प्रेम सती है
प्रेम की सबसे तीव्र गती है
ईश्वर को भी प्रेम
है प्यारा
सच में वो ही
प्रेमपती है
पूजा मान प्रेम तुम करना
श्रद्धा रखना किन्तु
न डरना
प्रेम तो फिर आनन्द
ही देगा
प्रेम से सबकी झोली भरना
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
२७/०७/२०२०
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