प्यार में हमको जो दिलजानी मिले
देश पे मरती हो ऐसी
बानी मिले
दोनों का प्रेम
भारत पे कुर्बान हो
उसकी लहरे चुनर रंग धानी मिले
देशभक्ति की हमको कहानी मिले
प्रेम में हमको बस मर्दानी मिले
राष्ट्रभक्ति के
खातिर जो प्रेरित करे
माँ हमें झाँसी के
जैसी रानी मिले
हमको केसरिया ओढ़े दीवानी मिले
उसके हाथों से ही
हमको पानी मिले
मैं उसे प्रेम की भी लिखूं चिट्ठियाँ
उसमे भी राष्ट्र की ही रवानी मिले
प्यार तो प्यार है
देश से पर अलग
राष्ट्र सेवा की बस जिंदगानी मिले
होने को तो जवाँ हैं करोड़ों मगर
हमको शेखर भगत सी
जवानी मिले
पवन तिवारी
संवाद - ७७१८०८०९७८
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