तुम मुझे छोड़कर जो
चले जाओगे
तो बताओ ज़रा कि कहाँ जाओगे
जाते-जाते बस इतना
बता जाओ तुम
नहीं आओगे या कब तलक
आओगे
याद रखना मेरे गीत ही गाओगे
शायद ऐसा हो जाए कि
पछताओंगे
प्यार बाज़ार की चीज
है ही नहीं
सोच लो लौट करके
यहीं आओगे
अपने ज़ुल्मों सितम
तुम कहाँ ढाओगे
नज़र आऊँगा मैं तुम
जिधर जाओगे
मेरे जैसा अकेला
फ़क़त मैं ही हूँ
मेरे जैसा बताओ कहाँ
पाओगे
ठीक है सच बताओ
नहीं आओगे
पास मेरे दुबारा नहीं आओगे
फिर चले जाओ तुमसे
शिकायत नहीं
पर हो बदमाश यादों
में तो आओगे
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें