स्वच्छता का हमें
ध्यान रहे अरु संस्कृति का अभिमान रहे
चारो तरफ हम ही हम
हैं नहीं अन्य का भी सम्मान रहे
निज सम अन्य की भाषा परम्परा धर्म का पूरा मान रहे
राष्ट्र की यह भी सेवा
ही सम राष्ट्र पे अपने गुमान रहे
हम क्या हैं इतिहास हमारा इसका
भी आभास रहे जी
बलिदानी वीरों की स्मृति उर
में सुरक्षित ख़ास रहे जी
सब भावों में सेवा ऊपर मन भारत
का दास रहे जी
सर्वोपरि हो राष्ट्र
सदा ही हिय के तिरंगा पास रहे जी
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
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