अच्छी नज़र से सीखे
तो मुकाम कमाओगे
बुरी नज़र से
तो बस जुल्म कमाओगे
भाव की रेखाएँ गर पहचान गये तुम
तो जिन्दगी में ढेर
सा करार कमाओगे
दूसरों की सुन के भी
खुद पर यकीन गर
अपने ही रास्ते से फिर
इतिहास कमाओगे
वादा न टूटा वक़्त के पाबन्द रहे ग़र
मतलब के जमाने में
विश्वास कमाओगे
क़िरदार लुटा कर क्या
कोई ख़ाक बना है
अच्छा खयाल पैसे से
किरदार कमाओगे
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
अणु डाक –
पवनतिवारी@डाटामेल.भारत
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