राम नाम सबसे पावन
है
रूप मनोहर मन भावन
है
राम नाम ले तुलसी तर
गये
राम नाम ऋतु सावन है
राम दुलारे हनुमत प्यारे
सब सुख केवल राम
दुआरे
राम की महिमा राम ही
जाने
दीन दुखी के राम
सहारे
राम की महिमा राम सी
कर गयी
राम चरण से अहिल्या तर
गयी
शबरी राम के नेह को पाकर
राम कृपा से राम के घर गयी
राम तो मन के चन्दन हैं
दशरथ के प्रिय नंदन हैं
मर्यादा जग को सिखलाये
रघुनंदन को शत वन्दन
है
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
अणु डाक – poetpawan50@gmail.com
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