बुरा नहीं होता है पुष्प सूँघ लेना
होता बहुत बुरा सूँघ करके
तोड़ लेना
इतना बुरा भी नहीं गलती
का होना
उससे होता बेहतर गलती को
मान लेना
अच्छा नहीं होता जवाब
सदा देना
भला कर भी देता है चुप
मार लेना
बड़ा बनने का इक सलीका
है ये भी
छोटो को भी अपने से बड़ा
मान लेना
खुद दिया कर्ज़ तो गया
मान लेना
सौ बार सोच कर खुद उधार
लेना
करो गर भलाई अधिक सोचना
नहीं
लेना ग़र एहसान सौ बार
सोच लेना
पवन तिवारी
सम्पर्क- ७७१८०८०९७८
अणु डाक – poetpawan50@gmail.com
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