लोग दिलों में धड़के हैं
हमें आंखों में खटके हैं
हाँ हुजूर वालों के लिए तो
400 वोल्ट के झटके हैं
सच का नहीं जमाना है
हमने भी यह माना है
पर सच तो केवल सच ही है
हमने सत्य को जाना है
सत्य ही मात्र सनातन है
सत्य बिना व्याकुल मन है
झूठ के रिश्ते कितने दिन तक
सत्य है तो अपनापन है
सत्य की राह में बाधा है
पर वह सीधा साधा है
झूठ के पांव बहुत से हैं
पर सब टूटा आधा है
पवन तिवारी
संवाद- ७७१८०८०९७८
अणु डाक – poetpawan50@gmail.com
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