सुबह हुई निंदिया तुम भागो
खिड़की पर गौरैया आयी
सूरज ने किरणें फैलायी
हवा चल रही शीतल सुन्दर
चहल - पहल हुई , दृश्य
मनोहर
मुँह धो लो और दातुन
कर लो
स्वच्छता को मन में धर लो
सभी काम को समय पर कर
लो
फिर चलकर तुम भोजन
कर लो
विद्यालय तुमको जाना है
पढ़कर
नाम कमाना है
सुबह देर तक जो सोता
है
वो जीवन में बस खोता है
उठो समय नहीं खोना है
सबसे अच्छा होना है
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
अणु डाक – poetpawan50@gmail.com
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