देखने वाले  देखते रह
जायेंगे 
करने वाले करके गुजर
जायेंगे 
छोटी उम्र नाम की
मोहताज़ नहीं
लम्बी  उम्र लेके  भी
मर जायेंगे 
यूँ ही गुज़री जिंदगी
तो क्या बनेंगे 
जिन्दगी से लड़कर
निखर  जायेंगे 
यूं ही मिला मौका तो
बिगड़ जायेंगे 
कौन  जाने क्या पता
सँवर जायेंगे 
बात  करो  बात से बात  बनती है 
जरूरी नहीं हर बात
पे बिफर जायेंगे 
दोस्ती में जो भी
कहो तो सच कहो 
ऐसा तो नहीं गुस्सा
होंगे मर जायेंगे 
यही हाल रहा तो
देखना जल्दी 
लोग नहीं गाँव ही
शहर जायेंगे 
इस तरह रौंदेंगे
क़ुदरत को जो 
गाँव  नहीं  पहले नगर
जायेंगे 
जंगलों को काट के
क्या बच पायेंगे
हम  भी  जायेंगे गर
शज़र जायेंगे 
मगरूरियत अच्छी नहीं
अच्छे दिनों में भी
अच्छे  दिन  भी  देखना  गुज़र  जायेंगे
पवन तिवारी 
सम्पर्क –
7718080978
poetpawan50@gmail.com 
 
 
 
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