गीत
इक प्यार में ही ऐसा करम होता है
एक को घाव लगती है,दर्द दूजे को होता है
किसी का भार ढोने में बड़ा ही गर्व होता है
किसी का साथ देने में बड़ा आनन्द होता है
इक दूजे की खातिर पंगा लेने का जज्बा
इक दूसरे के वास्ते कुर्बानी का जज़्बा
जनमों-जनम साथ जीने मरने का वादा
दुश्मन जमाने से भी मजबूत इरादा
इक दूजे की खातिर छूटे दो-दो घर परिवार
महल अटारी छोड़ के भटके बस्ती जंगल यार
रुखा-सूखा खाकर भी करें गुजारा यार
गली-गली की ख़ाक छाने दर-दर भटके यार
फिर भी हार मानें यारों ऐसा होता प्यार ........
poetpawan50@gmail.com
सम्पर्क-7718080978
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