यह ब्लॉग अठन्नी वाले बाबूजी उपन्यास के लिए महाराष्ट्र हिन्दी अकादमी का बेहद कम उम्र में पुरस्कार पाने वाले युवा साहित्यकार,चिंतक,पत्रकार लेखक पवन तिवारी की पहली चर्चित पुस्तक "चवन्नी का मेला"के नाम से है.इसमें लिखे लेख,विचार,कहानी कविता, गीत ,गजल,नज्म व अन्य समस्त सामग्री लेखक की निजी सम्पत्ति है.लेखक की अनुमति के बिना इसका किसी भी प्रकार का उपयोग करना अपराध होगा...पवन तिवारी

रविवार, 11 दिसंबर 2016

मेहनत से तुम काम करो


                                          
                        ग़ज़ल


मेहनत से तुम काम करो,वरना हासिल कुछ ना होगा .
बहुतेरे बातें करते हैं,बस बातों से क्या होगा .

ज़िंदा होके मरने की,बातें करना कायरता है.
कुछ करके जो मरोगे तो,दुनिया में तुम्हारा नाम होगा.

गैर भरोसे बैठे रहने, से कुछ हासिल ना होगा. 
पतवार जो खुदी चलयेगा,उसका बेड़ा पार होगा.

एक अकेले के करने से, फ़तह नहीं मिलने वाली.
सब मिलकर के जतन करो तो,सागर पर भी पुल होगा. 

शुरू-शुरू में प्यार मोहब्बत,सबको अच्छा लगता है .
जीवन भर जो साथ निभाये,सच्चा साथी वो होगा.

छोटी-छोटी बातों पर,लड़कर हासिल क्या कर लोगे.
मिल-जुलकर जो रहोगे तो, जीवन का सफर मधुर होगा.      

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें