चिट चिट करती आयी गिलहरी
चूं - चूं करती गौरैया,
गुटुर गुटुर कर बोले कबूतर
होके मगन देखे भइया !!
भोर - भोर में बांग दे
मुर्गा
रम्भाये लोहिया गइया ,
तवे से उतरी पहली रोटी
गइया को देती मइया !!
सबसे पहले बाबू उठकर
द्वार बुहारने लगते हैं,
पर घर भर में सबसे पहले
दादा जी ही जगते हैं !!
जो रस्ते से आते जाते
करते अक्सर अभिवादन,
राम राम दादा जी कहकर
सुबह सुबह करते वंदन !!
सुबह सुबह का जीवन अपने
गाँव में ऐसा होता है,
हौले हौले गाँव का जीवन
हौले ही दिन चढ़ता है!!
पवन तिवारी
१२/१८/०८/२०२४
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