आशाओं तुम गीत सुनाओ
साहस मेरी
बाँह बढ़ाओ
मैं हँसते हुए बढ़ना चाहूँ
धीर ह्रदय को तुम
समझाओ
दुःख तुम गीत ख़ुशी
के गाओ
हे तनाव तुम भी
मुस्काओ
संघर्षों का
मान बढ़ा दो
उदासियों बाँसुरी
बजाओ
कान मेरे बस अच्छा
सुनना
आँख प्यार की भाषा
गुनना
फिर मन हँसी ख़ुशी से
रहेगा
पग-पग पर है जीवन
चुनना
अभिलाषाओं नम्र बनो
तुम
थोड़ा–थोड़ा दिल की
सुनो तुम
मैं जीवन
को गाना चाहूँ
सुंदर सा संगीत
बुनो तुम
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
२८/०७/२०२०
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