मैंने खुद से सनम एक वादा किया
खुद की खातिर जियूँगा इरादा किया
इस
जमाने का कोई भरोसा नहीं
इसलिए मैंने श्रम और ज्यादा किया
चाहिए गर सुकूँ सीधे रस्ते चलो
इसलिए काम सब सीदा-सादा किया
मुझपे रखते
नज़र ये जो भाई बहन
इनकी ख़ातिर ही था पेट आधा किया
अब जो मजबूर
हालात ने कर दिया
इनको खलता हूँ जैसे कि बाधा किया
ऐ "पवन" आज
रिश्ते टिके स्वार्थ पे
तूने नाहक ही
खुद को बुरादा किया
पवन तिवारी
सम्पर्क –
७७१८०८०९७८
poetpawan50@gmail.com
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