मेरा बुरा है वक्त
मगर मैं बुरा नहीं.
तूँ जानता है दोस्त
मैं इतना बुरा नहीं.
जब से है वक्त बदला
तब से हुआ बुरा.
पहले कहा किसी ने
मुझको बुरा नहीं.
बदले मेरे हालात तो
सब ही बदल गये .
सब चाल वक़्त की है
कोई बुरा नहीं.
तूनें जो कसे तंज़ वो
हालाते – वफ़ा है.
हालात का है खेल यार
तूँ बुरा नहीं.
जो वक़्त हुआ अच्छा
तो सबकी नज़र बदली.
कहते हैं सभी अच्छा ‘पवन’
बुरा नहीं .
पवन तिवारी
सम्पर्क- 7718080978
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