न तुझे मेरे साथ चलना था
न मुझे तेरे साथ रहना था
मगर हालात ऐसे थे कि
हमको साथ रहना था
न तुझको प्यार करना था
न मुझको प्यार होना था
मगर हालात ऐसे थे
कि हमको प्यार करना था
न तुझको माँ ही बनना था
न मुझको बाप बनना था
मगर बच्चों की किस्मत में
हमें माँ बाप बनना था
न तुमको सास बनना था
न मुझको ससुर बनना था
मगर बहुओं की किस्मत में
हमें सास- ससुर बनना था
न तुझको ये न मुझको वो
न करना था न बनना था
मगर किस्मत में लिक्खा जो
वो करना था,वो बनना था
जो होना है वो होता है
कोई कुछ भी नहीं करता
बस भ्रम होता है करने का
जो करता है खुदा करता
पवन तिवारी
सम्पर्क - ७७१८०८०९७८
poetpawan50@gmail.com
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