कुछ लोगों को ना घर
ना तो परिवार चाहिए
बर्बाद करें घर वो पैरोकार
चाहिए
बढ़ चली कुछ इस कदर व्यापार की हवस
जंगलों में भी उन्हें
बाज़ार चाहिए
बनें हैं चिकित्सक बर्बाद
होके वो
लोग उन्हें ढेर से बीमार
चाहिए
सेवा के लिए तो नहीं चुनाव
लड़े हैं
लूट के लिए उन्हें सरकार
चाहिए
उनको न धरम से न करम से
कोई मतलब
आपस में लादेन ऐसे कुछ
गद्दार चाहिए
उनको जहीन पढ़े-लिखे की नहीं दरकार
उनको निठल्ले और कुछ बेकार
चाहिए
उनके भी पाँव पड़ लेंगे
पसंद नहीं जो
बस फायदे के "पवन" कुछ
आसार चाहिए
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