यह ब्लॉग अठन्नी वाले बाबूजी उपन्यास के लिए महाराष्ट्र हिन्दी अकादमी का बेहद कम उम्र में पुरस्कार पाने वाले युवा साहित्यकार,चिंतक,पत्रकार लेखक पवन तिवारी की पहली चर्चित पुस्तक "चवन्नी का मेला"के नाम से है.इसमें लिखे लेख,विचार,कहानी कविता, गीत ,गजल,नज्म व अन्य समस्त सामग्री लेखक की निजी सम्पत्ति है.लेखक की अनुमति के बिना इसका किसी भी प्रकार का उपयोग करना अपराध होगा...पवन तिवारी

शनिवार, 16 जुलाई 2022

कुछ दिनों से आँखों की बारिश

कुछ दिनों से आँखों की बारिश

थम गयी है और हाँ,

अंदर और बाहर झमाझम

बारिश हो रही है क्योंकि

दुनिया कह रही है ,

सावन का महीना चल रहा है !

और हृदय कह रहा है

पीड़ा का मौसम चल रहा है

 

पवन तिवारी

८/०१/२०२२२

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