हर
बार मीठी बात से ना बात बनेगी
कुछ
करके दिखाओ तो औक़ात बनेगी
बनता
नहीं है काफ़िला कई बार धौंस से
कुछ अच्छा
करोगे तो बारात
बनेगी
मिल
जाये बुरे वक़्त में थोड़ा भी बहुत है
दीपक
जला के देख लो
ये रात बनेगी
हर
बार फ़कत धन से ही खुशियाँ नहीं मिलतीं
कुछ दोस्तों
के मिलने से
सौगात बनेगी
पवन
तिवारी
१०/०८/२०२१
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