कोई
प्यारा जो मिले प्यार करूँ
जाने
किस दिल का इंतज़ार करूँ
कोई
सच्चा मिलेगा क्या मुझको
जिससे
मैं प्यार बहुत यार करूँ
जो
भी मिलता है वादा देता है
प्यार का भी
इरादा देता है
साथ चलने
जब मैं कहता हूँ
वादों का
फिर बुरादा देता है
प्यार
का रूप जिस्म धारे
है
कितनों
को रूप से ये मारे है
प्यार
के नाम पर बहुत धोखा
रूह
चुपचाप इक किनारे है
प्यार
की आस लिए गुज़रे है
उम्र
भी थोड़ी-थोड़ी बिखरे है
एक
सच खोजो झूठ सौ मिलते
प्रेम
की ये दशा ही
अखरे है
पवन
तिवारी
०७/०८/२०२१
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