दर्द
ने कितनों को मशहूर किया
दर्द
ने कितनों को मशहूर किया
दर्द
की अपनी अना होती
है
दर्द
ने कितनों को मगरूर किया
दर्द में आह बहुत होती है
गीत
में किन्तु आह होती है
दर्द
की भाषा दिलजला जाने
इक अधूरी सी
चाह होती है
दर्द
में भी बवाल
होता है
दर्द
में भी कमाल होता है
इल्म
इसका नहीं समझते सब
दर्द
का भी जमाल होता है
दर्द
आला जहान
होता है
दास
काली
महान होता है
दर्द
को तानसेन ने साधा
दर्द में
ब्रह्म ज्ञान होता
है
पवन
तिवारी
२६/०४/२०२१
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