हम
सफर है वो हम ख़याल नहीं
बात करता
है पर सवाल नहीं
जो
भी वो ठानता है
करता है
जो
भी परिणाम हो मलाल नहीं
ये नहीं कहता
बहुत
सीधा है
करता
है जम के पर बवाल नहीं
वो जो करता है ख़ुशी देता
है
हाँ
मगर करता है कमाल
नहीं
स्वभाव
से वो थोड़ा
अक्खड़ है
आदमीयत
का पर अकाल
नहीं
आओ मिलते
हैं बात करते हैं
मामला
हो
भले बहाल नहीं
पवन
तिवारी
०९/०६/२०२१
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