कैसे - कैसे कमाल
होते हैं
झूठ के भी सवाल होते हैं
आजकल भाव ऐसे भी आते
बोल के सच मलाल होते हैं
आज-कल सच को जेल होती है
और झूठे बहाल
होते हैं
बात कई बार होती
वाज़िब है
फिर भी उन पर बवाल होते हैं
किसी की हैसियत को मत आंको
तम में जुगनू मशाल
होते हैं
पवन तिवारी
०६/०४/२०२१
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