प्यार
ने मान  लिया  प्यार बहुत होता है
और
जब टूटे  तो खुद  तलक को खोता है 
सारी
अच्छाइयाँ कमियों में बदल जाते हैं 
नींद  आती ही 
नहीं  और वर्षों  सोता है 
और
कुछ टूटे तो  आदमी  सम्भल जाता
प्यार
में टूटा हुआ ज़िन्दगी  को रोता है
प्यार  में 
धोखे  का  वज्न बहुत होता है
रोज
मरता है थोड़ा जो भी इसे ढोता है
काँटों
का साथ सुहाना लगे तो आओ पवन 
प्यार  की 
राह  में जी फूल  कौन बोता है  
पवन
तिवारी 
संवाद
– ७७१ ८०८० ९७८ 
०६/०३/२०२१
  
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