कभी उसका होना
जग का होना होता था
उसका होना अर्थात
खुशियों का होना !
उसका होना मतलब-
सब कुछ होना !
किन्तु एक दिन
वह न हुई तो, मैं ;
पागल सा हो गया !
भटका महीनों,रोया,घबराया
फिर एक दिन पता चला-
वह किसी और की हो
गयी !
मैं उसे ठगे हुए
ह्रदय से भी
खुश होने की
दुआयें देकर लौट आया
!
किसी और ने
मेरे लौटने के बाद
उसे त्याग दिया ! और
फिर,
वह लौट आयी !
मैं, कुछ न कह सका;
अब वह है यहीं,
इसी घर में,
किन्तु अब उसका होना
न होने के जैसा है !
जैसे कोई नहीं है !
बस ! मैं हूँ;
पहले से भी बिलकुल
अकेला !
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
१९/०९/२०२०
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