अकेलेपन के पास बहुत
कुछ होता है.
वह हमेशा देता रहता
है
पता नहीं कौन क्या
स्वीकार है ?
अकेलापन देता है
शान्ति !
नये विचार भी देता
है.
देता है नव चिंतन
बहुत सी छूट गयी
स्मृतियाँ
उदासियों का गुच्छा भी
देता है
कई बार देता है
अवसाद के झुरमुट
हाँ, उसके पास होता
है, कई बार
देने के लिए चिड़चिड़ापन
उसके पास सुकून का
एक
बड़ा गुल्लक भी होता है.
क्या मैं आप से पूछ
सकता हूँ
आप ने अकेलेपन से
क्या लिया है ?
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें