धान की रोपाई में
गाय की चराई में
आम की तोड़ाई में
कंचे की खेलाई में
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
तरबूजा चुराने में
काजर लगवाने में
साईकिल भगाने में
मुँह बना चिढ़ाने में
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
चोर को लतियाने में
उधार पान खाने में
बन्दर को चिढ़ाने में
मार खा गरियाने में
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
नद्दी नहाने में
भइया से बहाने में
भउजी से बतियाने में
मोटू को दौड़ाने में
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
बरात में नचाने का
नहाते हुए गाने का
अंगूठा दिखाने का
लेमनचूस देकर
बच्चों
को फुसलाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
अम्मा को मनाने का
दीदी को सताने का
बाबू जी के सामने
मुँह लटकाने का
भइया से हँस के
बात
मनवाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या
खेत में शौच को
लोटा
लेके जाने का
साथी को जोर से
टुकार के बुलाने का
लड़की को देख
झूठ-मूठ
शरमाने का
चोरी का बताशा
अकेले
में खाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या
मंगनी का मोटर
साइकिल भगाने का
नई घड़ी हाथ लगा
बार-बार दिखाने का
बात बात में लम्बी
चौड़ी खेती बताने का
अपरिचित से भी
तम्बाकू माँगकर खाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
भइया की ससुराल में
लड़की
पटाने का
कागज़ की नाव
नाली
में चलाने का
दूसरे के ट्यूबेल
में
कूद कर नहाने का
माचिस की तीली से
पटाखा बनाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
चूना लगा आम
भूसे
में पकाने का
खटिया पे बैठकर
चन्ना चबाने का
साइकिल की रिम
घिस–घिस
चमकाने का
जीभ मोड़ उंगली से
सीटी बजाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
पिंजरे में बंद
तोते
को चिढ़ाने का
दोस्त के पैसे से
गोलगप्पे खाने का
मिठाई की लालच में
लड्डू बनवाने का
भइया की साली से
पानी मंगवाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
दूसरे से अपनी
चिट्ठी पढ़वाने का
दूसरे के बाग़ से
आम तोड़वाने
का
भाई को जोर से
मार
कर जगाने का
दीदी वाली चुपके से
क्रीम लगाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
दिवाली में दिया
फूंक के बुझाने का
एक से रंग ले
दूसरे
को लगाने का
अँधेरे में जोर से
चिल्लाकर डराने का
मँगनी की कोट
पहन
बरात जाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
सरयू जी में नाक पकड़
डुबकी लगाने का
मेले में धीरे से
मूंगफली उड़ाने का
जाड़े में गर्म आलू
फूँक-फूँक खाने का
गैरों से चाचा भइया
कह के बतियाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
दस की नोट थमा
मामला सुलटाने का
पत्नी से रोज-रोज
मालिश करवाने का
बिना काम ऐसे ही
ससुराल जाने का
ऐसे ही साले को
काम
फुरमाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
दूसरे की आबादी में
पेड़ लगवाने का
कारिंदे से पड़ोसी की
मेड़ छँटवाने का
पहले मरवाकर फिर
माँफी मँगवाने का
सामने बड़ाई
पीछे से
गरियाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
ताव से ५० ग्राम
जिलेबी मँगाने का
भाव-ताव करके
चुपचाप
चले जाने का
दूसरे से लड़ाकर
पड़ोसी को फंसाने का
गरीबी में मुस्काके
चोखाभात खाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
नूनभात में थोड़ा
कडुवा तेल डलाने का
सत्तू में थोड़ा सा
सिरका मिलाने का
दाने के साथ हरा
मिर्चा चबाने का
आम की डाली को
जोर
से हिलाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
बहन के गुल्लक से
पइसा
उड़ाने का
और पूछने पर
भोला बन
जाने का
चाय में अलग से
मलाई
डलवाने का
अम्मा के अँचरा से
पइसा हथियाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
न्यौता में जल्दी-जल्दी
चूरा-दही खाने का
इशारे से पूड़ी और
सब्जी मँगाने का
खीर वाली दोनिया
दुबारा मँगाने का
कोहड़े के बाद
आलू
गोभी खाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
विवाह में औरतों से
खूब गाली पाने का
उस पर भी हँसते हुए
दाल-भात खाने का
एक साथ कईयों से
नैना भिड़ाने का
और बैंड बाजे पे
नागिन नृत्य दिखाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
खिचड़ी के समय
नखरा
दिखाने का
जल्दी से अंगूठी,चैन
घड़ी मंगवाने का
लड़के के मामा का
झूठा रौब दिखाने का
लड़की के मामा को
इशारे से बुलाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
भीगते हुए सावन
में कज़री गाने
का
औ हुंमच करके
लम्बा पेंग
लगाने का
झूला से गिरने पर
धीरे-२ सोहराने का
दूसरा जो देखे
खिसियाके
मुस्काने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
शादी में माँग करके
सेंट लगाने का
प्रेमिका को बेर से
मार कर बुलाने का
एक बिस्कुट तोड़ करके
कई मित्र खाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना बूझोगे क्या ?
चरती हुई बकरी का
चुपके दूध लगाने का
दवात से घिस करके
पटरी चमकाने का
आम खाके गुठली
भाई को थमाने का
झंडा लेकर १५ अगस्त
विद्यालय जाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना बूझोगे क्या ?
गन्ने के रस में
दही मिलाने का
जुगाड़ से दो बार
प्रसाद माँग खाने का
पड़ोसन से बहू की
बुराई बताने का
मेरी सास अख्खड़ हैं
सबको सुनाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना बूझोगे क्या ?
पकौड़ी के साथ
तीखी चटनी खाने का
तीखा लगे खाते
हुए सिसियाने का
और इशारे से फिर
मीठी चटनी मंगाने का
और फिर कहना
दो समोसा लाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना बूझोगे क्या ?
कुल्हड़ की चाय से
होठ जलाने का
फालतू समय में
बुझनी बुझाने का
मूली में ऐसे ही
नमक लगा खाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना बूझोगे क्या ?
सीसे में देख करके
बिंदी लगाने का
दो चोटी गाँछ करके
बार - बार हिलाने का
अकेले में शीश देख
सकल बनाने का
मुफ्त का पावडर
इधर उधर लगाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना बूझोगे क्या ?
पतली वाली दाल में
ज्यादा घी डलवाने का
सब्जी नहीं होने पर
अचार मँगवाने का
मट्ठे में अलग से
नमक डलवाने का
साग भात खाकर फिर
उंगली चाट जाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना बूझोगे क्या ?
अम्मा के हाथों से
दूध भात खाने का
भउजी के हाथों से
काजर लगवाने का
कुत्ते को आखिर में
कौरा खिलाने का
मंदिर में उछल करके
घंटा बजाने का
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना बूझोगे क्या ?
गाँव की रवानी में
और जिंदगानी में
बोली और बानी में
गाँव की कहानी में
है बड़ा मज़ा
गाँव के हो ठीक
वरना
बूझोगे क्या ?
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
अणु डाक – पवनतिवारी@डाटामेल.भारत