यूँ जो तुझपे वो शक
किया होगा
दूध क्या छाछ से जला होगा
प्यार विश्वास होते - होता है
शुरू में तो ज़रा – ज़रा होगा
उसके चेहरे को जो पढ़
पाते हो
दिल से पूरा खरा - खरा होगा
मांग मत दिल से बस
समर्पण कर
देख फिर बिन
कहे तेरा होगा
हूँ तेरा बैरी शक तो होगा ही
छुप के यूँ वार ना मेरा होगा
होती हर रात की सुबह है पवन
रख तूँ बस सब्र सवेरा होगा
पवन तिवारी
सम्पर्क – 7718080978
poetpawan50@gmail.com
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