यह ब्लॉग अठन्नी वाले बाबूजी उपन्यास के लिए महाराष्ट्र हिन्दी अकादमी का बेहद कम उम्र में पुरस्कार पाने वाले युवा साहित्यकार,चिंतक,पत्रकार लेखक पवन तिवारी की पहली चर्चित पुस्तक "चवन्नी का मेला"के नाम से है.इसमें लिखे लेख,विचार,कहानी कविता, गीत ,गजल,नज्म व अन्य समस्त सामग्री लेखक की निजी सम्पत्ति है.लेखक की अनुमति के बिना इसका किसी भी प्रकार का उपयोग करना अपराध होगा...पवन तिवारी

शनिवार, 4 नवंबर 2017

भारत को सभी प्रणाम करो






















जब संकट  का हो व्यूह खड़ा
तब अर्जुन सा तुम ध्यान धरो

तब  धैर्य  धरो , सोंचो समझो
फिर लक्ष्य पर तुम संधान करो

हारेगा  संकट  निश्चित  ही
सच्चे मन से बस काम करो

इस जग में नहीं असम्भव कुछ
दृढ़ता  के  साथ  प्रयास  करो

संकट तो केवल शब्द  एक
तुम पूरी पुस्तक ध्यान करो

निज संस्कृति, धरा तथा निज का
नित – नित गौरव  सम्मान  करो  

सब में भारत, सब भारत हैं
भारत को सभी प्रणाम करो

पवन तिवारी

सम्पर्क – 7718080978
poetpawan50@gmail.com



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