आओ मिलो तो खुल के
बेशकीमती सामान दे देंगे.
भटक रहे हो जिस
प्यार के लिए वो प्यार दे देंगे.
बस एक बार तुम हाँ
तो कहो.
हम अपना सारा मान दे
देंगे.
तुम साथ चलने का
वादा करो बस.
ये जिन्दगी ही
तुम्हें सौगात दे देंगे.
मैं बस इतना जानता
हूँ कि बस प्यार किया है.
तुम भी मुझसे प्यार करके
देखो ईमान दे देंगे.
प्यार में दर्द
क्या, खुशी क्या, रुसवाई क्या ?
जान से बढ़कर भी कुछ
है तो वो भी दे देंगे.
ज़ख्म पाए हैं मगर,
प्यार के आगे कुछ भी नहीं.
हम तो वो आशिक हैं
कि इक - इक साँस दे देंगे.
अपने ज़ख्मों का हमें
जरा भी मलाल नहीं.
‘पवन’ इक तुम जो रूठे
तो कसम है जान दे देंगे.
पवन तिवारी
संपर्क – 7718080978
/ 9029296907/
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