गज़ल
खाली बैठे से है अच्छा कि कुछ किया जाए.
किसी बीमार को कुछ देर हंसाया जाए.
उम्र लम्बी है जिन्दगी छोटी.
लम्हा-लम्हा किसी दीवाने सा जिया जाए.
रोने के वक्त बहुत आये,बहुत आयेंगे.
चलो फिलहाल छोटी खुशियों से मिला जाए.
कल क्या होगा,जो होगा,होगा ही.
सोंचकर आज को बर्बाद क्यों किया जाए.
चलो छोडो न सोचो, फिजूल की बातों को.
कौन सा दिन हो आख़िरी,जी भर जिया जाए.
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