देश को समर्पित मेरे ताज़ा दो मुक्तक .....
मैं कवि हूँ लिखूँगा तो स्वाभिमान लिखूंगा .
गौतम,निराला, बिस्मिल और राम लिखूँगा.
ब्राम्हण,दलित न हिन्दू मुसलमान लिखूँगा.
परिचय जो पूछेगा तो हिन्दुस्तान लिखूँगा.
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भारत का हूँ, भारत को मैं सलाम करूँगा .
बचपन,जवानी,जिंदगानी नाम करूँगा .
ख़तरे का कोई वक्त जो आएगा वतन पर .
अपने लहू का कतरा- कतरा नाम करूँगा .
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