भरोसा
किया सो भरोसे ने
मारा
जिसे
प्रेम करते थे
उसने ही जारा
हमें
जीतने की थी आदत बहुत पर
माना
था अपना सो अपने से हारा
बहुत
थोड़े में ही किया था गुज़ारा
उसकी
ही जिद थी सो थोड़ा पसारा
मेरी
हैसियत से अधिक चाहता था
सो
हो कर हमारा हुआ ना हमारा
सहन
करता कितना चढ़ा मेरा पारा
उसने
भी अपमानों से मुझको तारा
मुझे मेरी औकात
के ताने देकर
किसी
और से
उसने सम्बंध धारा
किसी
और ने थोड़े दिन डाला चारा
मतलब
सधा तो किया फिर किनारा
ठगी
सी मुड़ी और देखा इधर फिर
छलिया
छालाया था सारा का सारा
पवन
तिवारी
२१/०९/२०२१
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