प्रेम में मरने की संभावनाएं
हमेशा
बनी रहती हैं
इसलिए
जब भी
करो
किसी से प्रेम
तो
स्वयं को सौंपना मत
पूरा
का पूरा
क्योंकि
छले जाने पर
मर
जाओगे
इसलिए
थोड़ा सा
स्वयं
को बचाए रखना
ताकि
डूब की तरह
फिर
से पनप सको
और
हो सको फिर से हरे
फिर
से बन सके
प्रेम
की संभावना
क्योंकि
मरना
अंतिम सत्य है !
पवन
तिवारी
०१/०२/२०२१
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