लोग
छूटेंगे घर भी छूटेगा
कहोगे
सच तो दिल भी रूठेगा
जिसको
अपना बता के खुश होगे
एक दिन वो ही तुम्हें
लूटेगा
जिसको
तुम ग़ैर कहते आये हो
अपनों
से पहले तुमको पूछेगा
तुम
जो माँ बाप को सताओगे
अपना
बेटा ही तुमको बूकेगा
ज्यादा
सहना भी हानिकारक है
एक
दिन खुद पे गुस्सा फूटेगा
पवन
तिवारी
संवाद-
७७१८०८०९७८
११/१२/२०२०
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें