हाँ, मैं हर हाल में
भारत का समर्थक हूँ.
और रहूँगा आख़िरी
साँस तक,
मैं हर हाल में
सरकार का समर्थक नहीं हूँ
तुम यदि हर हाल में
सरकार के समर्थक हो
तो तुम भारत के अपने
हो मुझे संशय है
इस बात पर तुम मेरी घोर
निंदा कर सकते हो
मुझे कह सकते हो
अपशब्द तक
फिर भी तुम्हारी
असमतियों का सम्मान रखते हुए
अपनी बात पर अटल रहते
हुए
बोलता रहूँगा-
तुम भारते के अपने
हो मुझे संशय है ...
पवन तिवारी
संवाद- ७७१८०८०९७८
अणु डाक – poetpawan50@gmail.com
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