चलो दुःख है तो
खुशियों वाली भी बरात आयेगी
कि प्रेमी हो तुम्हारे
व्याह में हर जात आयेगी
कि तुमने प्यार की
खातिर प्यार कुर्बान कर डाली
चलेगा प्यार का किस्सा
तुम्हारी बात आयेगी
उजाड़ा है बहुत खुद
को बहुत से घर बसाये हैं
तुम्हारे हिस्से में
भी प्यार की सौगात आयेगी
भरोसे का मोजज़ा
प्यार में तुम खुद ही देखोगे
मिलाने तुमसे लेकर खुद
ही कायनात आयेगी
कि होती ख़ूबसूरत
रात भी है दूल्हे से पूछो
प्रतीक्षा में है
रहता दिन ढले कब रात आयेगी
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
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