भाग्य ना साथ दे
कर्म फलता नहीं
होते - होते भी वो
काम होता नहीं
कितनें कर लें जतन हो
सिफारिश भले
आख़िरी वक़्त में काम
होता नहीं
वादा करके भी वादे
मुकर जाते हैं
वादे वालों को खुद
याद होता नहीं
हो बुरा वक़्त तो ना
सिफारिश चले
हो किसी की धमक काम
होता नहीं
आप को लगता है अब तो
हो जाएगा
तभी आती ख़बर मुझसे
होता नहीं
ऐसे में तब लगे अपना
कोई नहीं
सच बुरे दौर में कोई
होता नही
ऐसे में फैसले वक़्त
पर छोड़ दें
वक़्त से पहले तो कुछ
भी होता नहीं
देखना जिंदगी, जिंदगी
होगी फिर
फिर न उलझन फिकर कुछ
भी होता नहीं
पवन तिवारी
सम्पर्क – 7718080978
poetpawan50@gmail.com
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