तो लगा जैसे खुदा की इबादत
हो गई
वो बेसाख्ता बस बोले जा रही
थी
मैनें कहा मोहब्बत तो चुप हो
गयी
अपनी मोहब्बत की बस इतनी सी
कहानी है
बस दो बार आईं – गईं और हो
गई
मोहब्बत के बीच जब दुश्मनों
की बात चली
बेसाख्ता वे बोल पड़े छोड़ो न
यार बात पुरानी हो गई
तुम मिली जो जिन्दगी में
जिंदगानी हो गई
जिन्दगी पूरी मेरी सुन्दर
कहानी हो गई
पवन
तिवारी
सम्पर्क
-7718080978
poetpawan50@gmail.com
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