मैं चाहता हूँ
ज़िन्दगी
मेरे साथ बीते
मुझसे बतियाते हुए
मेरा और अपना
सब कुछ साझा करते
हुए
किन्तु वह कट रही है
किसी और के साथ
और मैं अकेले बीत
रहा हूँ
यह अकेले बीतना ही
ज़िन्दगी की त्रासदी
है
और इससे बचते हुए
बीतना सुखद ज़िन्दगी
पवन तिवारी
संवाद - 7718080978
१/६/२०२०,
अलाउद्दीनपुर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें